हरिद्वार 30 मार्च कोरोना से लड़ने के लिए योग गुरु रामदेव ने भी सहयोग की पहल की है। स्वामी रामदेव ने कोरोना की जंग से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री राहतकोष में 25 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इसके अलावा रामदेव ने अपने 5 संस्थानों और आश्रमो को भी आपातकालीन हालात में कोरोना मरीजों के लिए देंव का एलान किया है। इन संस्थानों में 1500 बैड के साथ सभी सुविधाएं भी उपलब्ध होगी। पीएम राहत कोष में पतंजलि और उसके सहयोगी संस्थानों सहित रुचि सोया के सभी वेतनभोगी कर्मी भी अपना एक दिन का वेतन करीब डेढ़ करोड़ रुपये भी पीएम राहत कोष में देंगे।
वैश्विक आपदा कोरोना से भारत भी जूझ रहा है और कोरोना की वजह से 14 अप्रैल तक देश भर में लॉक डाउन से अति आवश्यक सेवाओ को छोड़कर सभी तरह की गतिविधियां बंद पड़ी है।ऐसे में देश आर्थिक आपदा से भी जूझ रहा है। इन हालातों में कोरोना से जंग के लिए योग गुरु स्वामी रामदेव भी सामने आए है। रामदेव ने कोरोना से जंग के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में पतंजलि की और से 25 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। रामदेव ने यह भी घोषणा की है कि उनकी पतंजलि से जुड़ी सभी इकाइयों और रुचि सोया के सभी कर्मी भी अपनी एक दिन की सैलरी करीब डेढ़ करोड़ रूपये राहत कोष में देंगे। इसके अलावा स्वामी रामदेव ने हरिद्वार के अपने दो संस्थान, आसाम, कोलकाता, मोदीनगर और सोलन, हिमाचल के संस्थान व आश्रम कोरोना रोगियों के इलाज के लिए देने की घोषणा की है। रामदेव ने कहा कि उनके इन सभी संस्थानों में करीब 1500 कोरोना के संदिग्ध रोगियों को आइसोलेशन में रखने की सभी सुविधाएं होंगी। इन सभी जगह पर खाने पीने सहित सभी सुविधाएं पतंजलि की और से की जाएंगी।
योग गुरु ने लॉक डाउन के दौरान लोगो के अपने अपने गावँ शहरों में बड़ी संख्या में पलायन पर भी गंभीर चिंता जताई। उंन्होने पलायन कर रहे लोगो से अपील की है कि वह जंहा है वंही रहे। देश के लोग और सरकार आपकी हर संभव मदद कर रही है। उनके इस तरह से पलायन करने से देश गंभीर संकट ने फंस सकता है। उनके पलायन से गावँ देहात में बड़ी संख्या में कोरोना का संक्रमण फैलाने का खतरा है और अगर ऐसा हुआ तो विदेशों की तरह यंहा बीबी हालात बदतर हो सकते है। इसलिए लोग प्रधानमंत्री की अपील को माने और जंहा है वंही रहे।
योग गुरु रामदेव ने कहा कि कोरोना से बचाव से ही कोरोना से बच जाए सकता है। उंन्होने कहा कि गर्म पानी से गरारे करने, गुनगुने पानी मे गोमूत्र के सेवन से श्वशन और श्वास नली को स्वच्छ किया जा सकता है। उंन्होने कहा कि यह कोरोना का इलाज नही है मगर इससे काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लोग घर मे ही 3 प्रकार से कोरोना संक्रमण का टेस्ट कर सकते है। उंन्होने कहा कि इन तीन तरह के प्राणायाम से पता चल जाएगा कि आप कोरोना से संक्रमित है या नही।
