विरासत का सम्मान – आईआईटी रुड़की में स्वतंत्रता दिवस एवं तिरंगा यात्रा।
· परंपरा, सांस्कृतिक प्रदर्शन एवं राष्ट्रीय गौरव का दिन
· एक उज्जवल भविष्य के लिए एकजुट होना: स्वतंत्रता एवं सामुदायिक भावना का उत्सव मनाना
· जीवंत समारोहों एवं तिरंगा यात्रा के माध्यम से देशभक्ति एवं एकता को बढ़ावा देना
रुड़की, – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने प्रतिष्ठित जेम्स थॉमसन बिल्डिंग के सामने बड़े उत्साह एवं देशभक्ति की भावना के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। सुबह 9:00 बजे आरंभ हुए इस कार्यक्रम में छात्रों, संकाय सदस्यों, अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिवारों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत आईआईटी रुड़की समुदाय के लोगों के एकत्र होने से हुई, जो निदेशक के आगमन की प्रतीक्षा में एकत्र हुए थे। सुबह 9:00 बजे निदेशक के आगमन के बाद, कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा “कुलगीत” के भावपूर्ण गायन से की गयी।
निदेशक ने राष्ट्र और उसके रक्षकों के प्रति सम्मान एवं कृतज्ञता के प्रतीक सैनिक सलामी का निरीक्षण किया। निदेशक ने गर्व से राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जिससे स्वतंत्रता दिवस समारोह की औपचारिक शुरुआत हुई। तिरंगा फहराए जाने पर उपस्थित लोगों ने जोरदार जयकारे लगाए, जिससे वातावरण देशभक्ति से भर गया।
अपने संबोधन में निदेशक ने प्रगतिशील भारत के निर्माण में एकता, नवाचार एवं सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विकसित भारत@2047 के राष्ट्रीय दृष्टिकोण में योगदान देने में आईआईटी रुड़की की भूमिका के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी से भोजन, जल एवं ऊर्जा की बचत करने और स्वच्छता बनाए रखकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।
“इस शुभ दिन पर, जब हम तिरंगा फहरा रहे हैं, तो आइए हम राष्ट्र की प्रगति के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करें। आईआईटी रुड़की नवाचार एवं उत्कृष्टता के एक प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है, जो विकसित भारत@2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आइए हम सब मिलकर अपने संसाधनों – भोजन, जल एवं ऊर्जा – को बचाने और स्वच्छता बनाए रखने का प्रयास करें, ताकि एक मजबूत, टिकाऊ भारत की दिशा में योगदान दिया जा सके। जय हिंद!” आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने अपने संदेश में कहा।
समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी समावेश किया गया, जिसमें आईआईटी रुड़की समुदाय की विविध विरासत एवं प्रतिभा को दर्शाया गया। एबीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डेफ एवं आईआईटी रुड़की की सांस्कृतिक सोसायटी के विद्यार्थियों ने आकर्षक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्वतंत्रता की भावना का सम्मान किया गया।
प्रातः उत्सव के अलावा, दोपहर में थिंक इंडिया, आईआईटी रुड़की द्वारा आयोजित “तिरंगा यात्रा” छात्रों, कर्मचारियों और शिक्षकों को एकता एवं देशभक्ति के जीवंत प्रदर्शन में एक साथ लाया। इस कार्यक्रम में उत्साही भागीदारी देखी गई, जो पिछले वर्ष की यात्रा की सफलता और भावना को दर्शाती है। राजीव भवन के सामने एमएसी गेट से शुरू हुआ जुलूस राष्ट्र के आदर्शों के लिए आईआईटी रुड़की समुदाय की सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक रहा।
स्वतंत्रता दिवस समारोह का समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ, जिसके बाद तीन बार “जय हिंद” का सामूहिक उद्घोष हुआ। राष्ट्र के प्रति इस भावपूर्ण श्रद्धांजलि में एकजुट भीड़ में गर्व और देशभक्ति की भावना स्पष्ट रूप से देखी जा सकती थी।
आईआईटी रुड़की में दिन भर के कार्यक्रमों ने न केवल संस्थान की स्थायी विरासत एवं उपलब्धियों को दर्शाया, बल्कि भारत के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार देने की इसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। परिसर के सभी कोनों से जीवंत भागीदारी ने उद्देश्य की साझा भावना को उजागर किया जो आईआईटी रुड़की के समुदाय को परिभाषित करता है। चूंकि संस्थान राष्ट्रीय और वैश्विक प्रगति में योगदान देना जारी रखता है, इसलिए एकता, नवाचार एवं स्थिरता इसके प्रयासों के केंद्र में रहेगी। यह उत्सव सामूहिक भावना का एक प्रमाण था जो आईआईटी रुड़की को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाता है।