गुरुवार को राजभवन नैनीताल में पश्चिम बंगाल राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया
गुरुवार को राजभवन नैनीताल में पश्चिम बंगाल राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) सहित उत्तराखण्ड में निवास कर रहे पश्चिम बंगाल के लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के लोगों द्वारा अपनी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नृत्य प्रस्तुत किए गए।
इस कार्यक्रम के अवसर पर राज्यपाल ने उपस्थित सभी बंगाल के निवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि बंगाल की धरती स्वाधीनता के जन जागरण का केंद्र रही है साथ ही विरासत, कला, नृत्य और संस्कृति बेहद समृद्ध है। बंगाल की पवित्र भूमि रविन्द्र नाथ टैगोर, सुभाष चन्द्र बोस, स्वामी विवेकानंद जैसी महान विभूतियों की जन्मस्थली रही है। बंगाल भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का केन्द्र रहा है और भारत के महान कलात्मक और बौद्धिक केन्द्रों में से एक रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि केंद्र द्वारा सभी राज्य के स्थापना दिवस को हर राज्य में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है जो ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’’ की परिकल्पना को साकार करता है। इस तरह के आयोजन हमें एक-दूसरे राज्य की कला, संस्कृति को जानने का अवसर प्रदान करते हैं साथ ही अनेकता में एकता हमारी समृद्ध विरासत को दर्शाते है। देश के सभी राजभवनों में राज्यों के स्थापना दिवस मनाए जाने की यह नई परम्परा देश की एकता के लिए एक अनूठी पहल है। ये भारतवासियों को एकसूत्र में जोड़ने के लिए अनोखा उदाहरण है।
इस कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, पश्चिम बंगाल की निवासी सुश्री शर्मिला मित्रा, श्रीमती पांचाली सेन, श्रीमती कृष्णा दत्ता, सुश्री तुहिना मित्रा, सुश्री कोहिना मित्रा आदि उपस्थित रहे।