देसंविवि, गायत्री विद्यापीठ व शांतिकुंज ने स्वतंत्रता दिवस उत्साहपूर्वक मनाया।
हरिद्वार
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय और गायत्री विद्यापीठ में ७८वां स्वतंत्रता दिवस विकसित भारत के थीम के साथ उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार की प्रमुख स्नेह सलिला श्रद्धेया शैलदीदी, युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या ने देश की आन-बान-शान के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सलामी दी। वैदिक कर्मकाण्ड से पूजन किया और शांतिकुंज में परेड का निरीक्षण किया। परेड में शांतिकुंज के कार्यकर्तागण, गायत्री विद्यापीठ के छात्र छात्राएँ, स्काउट गाइड, रोवर रेंजर्स और देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थी शामिल रहे। वहीं सायं गायत्री विद्यापीठ, शांतिकुंज कार्यकर्ता और देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के युवाओं ने शौर्य जागरण के अंतर्गत आत्म सुरक्षा के विभिन्न विधाओं का भी प्रदर्शन किया। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के पावन स्मारक प्रखर-प्रज्ञा, सजल-श्रद्धा में सैकड़ों राष्ट्रभक्तों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख व देसंविवि के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि भारत को विकसित व सभ्य राष्ट्र देश बनाने की पहल सर्वप्रथम स्वयं से करना चाहिए। स्वयं का सुधार, राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा है। इस तथ्य को प्रत्येक नागरिक का अपनाना चाहिए।
उधर देसंविवि में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर का आकर्षक ढंग से सजाया गया था। युवाओं ने विशाल तिरंगा रैली निकाली। गायत्री विद्यापीठ परिसर में स्नेह सलिला श्रद्धेया शैलदीदी, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन आदरणीय डॉ चिन्मय पण्ड्या जी एवं गायत्री विद्यापीठ की चेयरपर्सन आदरणीया शैफाली पण्ड्या जी ने ध्वजारोहण किया। गायत्री विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने विकसित भारत के थीम पर आधारित मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।