कनखल में गंगा के तट पर श्रावणी पर्व मनाया गया।
प्राचीन काल में गुरुकुलों में श्रावणी पर्व के दिन से विद्यारंभ होता था-डॉ आनंद बल्लभ जोशी
हरिद्वार आज श्रावणी के अवसर पर कनखल के गंगा तट पर श्रावणी पर्व मनाया गया। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य और सिद्ध पीठ श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी डॉ. आनंद बल्लभ जोशी की देखरेख में श्रावणी पर्व पर यज्ञोपवीत जनेऊ और रक्षा सूत्र अभिमंत्रित किए गए। और पूजन समाप्ति के बाद ब्राह्मण और उनके यजमानों ने जनेऊ और रक्षा सूत्र धारण किए। गंगा स्नान और गंगा पूजन के बाद श्री हनुमानगढ़ी मंदिर में अन्य संस्कार और धार्मिक कार्य किए गए।
इस अवसर पर ज्योतिषाचार्य श्री सिद्ध पीठ श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के पीठाधीश्वर मुख्य पुजारी डॉ आनंद बल्लभ जोशी ने यज्ञोपवीत संस्कार तथा रक्षा सूत्र के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि श्रावणी पर्व के साथ हिंदू पर्वों का शुभारंभ हो गया है। श्रावणी पर्व ब्राह्मण समुदाय का पर्व माना जाता है और प्राचीन काल में गुरुकुलों में श्रावणी पर्व के दिन से विद्यारंभ होता था।
इस अवसर पर प्रसाद वितरण किया गया और भक्तों ने अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त किया इसी के साथ आज सावन का आखिरी सोमवार था और श्रावणी पर्व के साथ ही श्रावण मास का समापन हो गया।