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दून विश्वविद्यालय में ताइपे इकोनॉमिक एंड कल्चरल सेंटर के शिक्षा विभाग के निदेशक का स्वागत.


भारत-ताइवान शैक्षिक और व्यावसायिक सहयोग को नई उड़ान


देहरादून। (मनोज कुमार खन्ना)

दून विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में ताइपे इकोनॉमिक एंड कल्चरल सेंटर (TECC) के शिक्षा प्रभाग के सहायक प्रतिनिधि निदेशक, श्री पीटर एल.वाई. चेन का भव्य स्वागत किया गया। इस विशेष अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों, शोधार्थियों और छात्रों के साथ एक सार्थक चर्चा हुई, जिसमें शैक्षिक व व्यावसायिक सहयोग के नए द्वार खोलने की संभावनाओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के विभागाध्यक्ष, प्रो. डॉ. गजेन्द्र सिंह ने श्री चेन का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और ताइवान के बीच शैक्षिक और व्यावसायिक सहयोग छात्रों के लिए वैश्विक स्तर पर नए अवसर खोल सकता है। उन्होंने इस साझेदारी को एक महत्वपूर्ण कदमबताया, जो न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।
बैठक के दौरान, भारत और ताइवान के बीच शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने पर विस्तृत चर्चा हुई। श्री चेन ने ताइवान में भारतीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रमों, एक्सचेंज प्रोग्राम और रिसर्च स्कॉलरशिप की संभावनाओं पर प्रकाश डाला, जिससे दून विश्वविद्यालय के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन करने का शानदार अवसर मिल सकता है। ताइवान के विश्वविद्यालयों और दून विश्वविद्यालय के बीच संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं को भी प्रोत्साहित करने की योजना पर चर्चा हुई।
इस महत्वपूर्ण वार्ता में भारतीय छात्रों को ताइवान की प्रतिष्ठित कंपनियों में इंटर्नशिप और रोजगार के सुनहरे अवसर देने पर भी जोर दिया गया। ताइवान की कंपनियां भारत में काम कर रही हैं और वे भारतीय छात्रों को आकर्षक वेतन वाली इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट देने के लिए उत्सुक हैं। इससे भारतीय छात्रों को न केवल अंतरराष्ट्रीय कार्य संस्कृति का अनुभव मिलेगा, बल्कि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक क्षमताओं से लैस हो सकेंगे।
इस सहयोग से केवल छात्र ही नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और शोधकर्ता भी लाभान्वित होंगे। शिक्षकों के लिए ताइवान के विश्वविद्यालयों में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में कार्य करने और संयुक्त शोध परियोजनाओं में भाग लेने की संभावनाओं पर भी गहराई से चर्चा की गई।
भारत और ताइवान के बीच तकनीकी, आर्थिक और शैक्षिक क्षेत्र में लगातार बढ़ते सहयोग को इस बैठक ने और अधिक गति प्रदान की है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने ताइवान की उन्नत शिक्षा प्रणाली, शोध के नए आयाम और वैश्विक नेटवर्किंग के अवसरों को लेकर गहरी रुचि दिखाई।
प्रो. डॉ. गजेन्द्र सिंह ने बैठक के समापन पर कहा कि यह सहयोग हमारे छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन अवसर उपलब्ध कराएगा।
दून विश्वविद्यालय की यह पहल छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई संभावनाओं को तलाशने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस सहयोग को आगे बढ़ाने और अधिक से अधिक छात्रों को इन अवसरों का लाभ पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई है।
इस बैठक ने भारत-ताइवान शिक्षा और व्यावसायिक सहयोग के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने की नींव रख दी है। यह साझेदारी दोनों देशों के बीच वैश्विक शिक्षा और उद्योग जगत में मजबूती से कदम बढ़ाने का एक स्वर्णिम अवसर प्रदान करेगी।

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