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भवन्स त्रिपुरा विद्या मंदिर की शिक्षिका के सहयोग से विद्यार्थियों का पर्यावरण–सहायक ‘जलबल (जादुई-नीड़)’ का नवीन नवाचार

भवन्स त्रिपुरा विद्या मंदिर की शिक्षिका के सहयोग से विद्यार्थियों का पर्यावरण–सहायक ‘जलबल (जादुई-नीड़)’ का नवीन नवाचार

भवन्स त्रिपुरा विद्या मंदिर की शिक्षिका मुक्ता रॉय के सहयोग एवं निर्देशन में विद्यालय के विद्यार्थियों ने पर्यावरण–सहायक ‘जलबल (जादुई-नीड़)’ नामक एक नवीन एवं टिकाऊ वैज्ञानिक उत्पाद का निर्माण कर सराहनीय मिसाल प्रस्तुत की है। विद्यालय प्रांगण में आयोजित एक सादे समारोह में इस अभिनव परियोजना का औपचारिक उद्घाटन किया गया।

‘जलबल (जादुई-नीड़)’ पानी को संरक्षित करने के लिए तैयार किया गया एक विशेष प्रकार का जैव-अवक्षयशील तथा पूर्णतः खाद्य आवरण है। यह एकल-उपयोग प्लास्टिक बोतलों का एक प्रभावी पर्यावरण-अनुकूल विकल्प प्रस्तुत करता है, जिससे प्लास्टिक प्रदूषण में महत्वपूर्ण कमी लाने में सहायता मिल सकती है।

हल्का, सुरक्षित और उपयोग में सरल यह वैज्ञानिक उत्पाद विशेष रूप से खेल-कूद और बड़े जनसमूह वाले आयोजनों में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है, जहाँ खिलाड़ियों और प्रतिभागियों को त्वरित एवं सहज जलपान की आवश्यकता होती है—वह भी प्लास्टिक कचरे का बोझ बढ़ाए बिना।

यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मूल्यवान कदम है, बल्कि विद्यार्थियों को अनुभवात्मक शिक्षण (Experiential Learning) का अवसर भी प्रदान करती है। इस पहल के माध्यम से छात्र-छात्राएँ यह सीख रहे हैं कि वैज्ञानिक सिद्धांतों का प्रयोग कर दैनिक जीवन की समस्याओं का समाधान कैसे खोजा जा सकता है और भविष्य को अधिक स्वच्छ, हरित और सतत बनाया जा सकता है।

कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय की सम्मानित प्राचार्या श्रीमती स्वप्ना शोम तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री देबाशीष भट्टाचार्य ने विद्यार्थियों और शिक्षिका के प्रयासों की सराहना की। प्राचार्या महोदया ने इस परियोजना को अत्यंत नवाचारी बताते हुए स्वयं ही इसका नाम “जादुई-नीड़” प्रदान किया, जिसे सभी ने अत्यंत उपयुक्त और प्रेरक बताया।

विद्यालय परिवार ने विद्यार्थियों की इस उपलब्धि को भविष्य के लिए प्रेरणादायी पहल के रूप में वर्णित किया।


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