पतंजलि विश्वविद्यालय व पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के तीन दिवसीय ‘अभ्युदय वार्षिकोत्सव’ का समापन
विद्यार्थियों को गुरु आज्ञा में प्रवृत्त रहते हुए सकारात्मक दिशा में आरूढ़ रहना चाहिए: स्वामी रामदेव
शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ अपने कौशल को विकसित करो : स्वामी रामदेव
जब शिष्य उन्नति करता है तो सबसे ज्यादा प्रसन्नता गुरु को ही होती है : स्वामी रघुवाणी जी
हरिद्वार, विश्वविद्यालय व पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के तीन दिवसीय ‘अभ्युदय वार्षिकोत्सव’ का आज समापन हुआ जिसमें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति स्वामी रामदेव जी महाराज व का आशीर्वाद उद्बोधन प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को गुरु आज्ञा में प्रवृत्त रहते हुए सकारात्मक दिशा में आरूढ़ रहना चाहिए, यही उन्नति का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है।
स्वामी जी ने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ अपने कौशल को विकसित करो। हम पतंजलि विश्वविद्यालय में सभी विद्यार्थियों को योग, पंचकर्म व षट्कर्म का प्रशिक्षण देंगे, इनमें बहुत स्कोप है। सभी विद्यार्थी विविध भाषाओं में पारंगत हो जाओ, लैंग्वेज का स्किल भी विकसित करो। वर्तमान समय में खेलों को भी करियर का श्रेष्ठ माध्यम बनाया जा सकता है। इन सबके साथ-साथ मैं आपको हमेशा सकारात्मकता व दैवत्व में देखना चाहता हूँ, आपको देखकर दुनिया को लगना चाहिए कि जिंदगी हो तो पतंजलि के विद्यार्थियों जैसी हो। आप रोल मॉडल बनें।
कार्यक्रम में स्वामी रघुवाणी जी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में अंधेरी, लम्बी रात है तो होने दो, आपके ऊपर सद्गुरु का हाथ है। सूरज जरूर निकलेगा, तब आपका जीवन प्रकाशमय होगा। पतंजलि को पूरे विश्व में गौरवान्वित करो, आपसे ज्यादा प्रसन्नता आपके स्वामी जी को होगी क्योंकि जब शिष्य उन्नति करता है तो सबसे ज्यादा प्रसन्नता गुरु को ही होती है।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव जी महाराज ने विजेता प्रतिभागियों को पदक व प्रमाण-पत्र वितरित किए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में क्लासिकल ग्रुप डांस में गंगा ग्रुप ने प्रथम, सरस्वती ग्रुप ने द्वितीय तथा यमुना ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ग्रुप डांस में गोदावरी ग्रुप ने प्रथम, कृष्णा ग्रुप ने द्वितीय तथा नर्मदा ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नाट्य प्रतियोगिता में एनसीसी की टीम प्रथम तथा बीएएमएस व बीए बीएससी (संयुक्त टीम) द्वितीय स्थान पर रही। समूह गायन में ध्यान योगी ग्रुप ने प्रथम तथा आदि योगी ग्रुप ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, कर्म योगी ग्रुप को तृतीय स्थान से संतोष करना पड़ा। रंगोली प्रतियोगिता में विभा व श्रावणी प्रथम तथा शोभा, मानसी, सृष्टि व सदिक्षा द्वितीय स्थान पर रहीं।
पुरुष वर्ग में 100 मीटर व 200 मीटर दौड़ में बीपीइएस के विक्रांत ने प्रथम, दर्शन वर्ग के बृजेश ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर दौड़ में एमए योग के अनुराग व स्वामी शीलदेव ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया तो वहीं 200 मीटर दौड़ में भी अनुराग को तृतीय स्थान से ही संतोष करना पड़ा। 4×100 मीटर दौड़ में विक्रांत, दीपक, कनिष्का, वीरमदेव प्रथम, एमए/एमएससी के चेतन, अनुराग, नितेश व अमन द्वितीय तथा अनमोल, कार्तिक, अनुराग व सुमित तृतीय स्थान पर रहे। 3000 मीटर दौड़ में बीए फाइनल के नीरज प्रथम, एमएससी फाइनल के मोहित पाल द्वितीय व बीए दर्शन वर्ग के बृजेश तृतीय स्थान पर रहे।
महिला वर्ग में 100 मीटर दौड़ में बीएससी फाइनल की छात्रा मन्या प्रथम, बीएनवायएस की प्रथम वर्ष की प्रीति द्वितीय तथा बीपीइएस द्वितीय वर्ष की जया सिंह तृतीय रहीं। 200 मीटर दौड़ में जया सिंह प्रथम, बीपीइएस तृतीय वर्ष की हेमा द्वितीय तथा अदिति तृतीय स्थान पर रहीं। 1500 मीटर दौड़ में बीपीइएस तृतीय वर्ष की हेमा प्रथम, एमए फाइनल की सविता द्वितीय तथा एमएससी प्रथम वर्ष की अंशु तृतीय स्थान पर रहीं।
समाचार लिखे जाने तक पुरुष वर्ग व महिला वर्ग में रस्साकसी, कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, बास्केट बॉल, हैण्ड बॉल, क्रिकेट व एथलेटिक्स की टीमों के मध्य फाइनल मुकाबले अपने चरम पर थे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘पतंजलि विश्वविद्यालय प्रभा’ का विमोचन पूज्य स्वामी जी के कर-कमलों द्वारा किया गया। डॉ. बिपिन दूबे ने कार्यक्रम का सफल समन्वयन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वामी परमार्थदेव, स्वामी आर्षदेव, साध्वी देवश्री, डॉ. शिल्पा धानिया, डॉ. निवेदिता, डॉ. आरती पाल, डॉ. संगीता, डॉ. सांवर सिंह, डॉ. वैशाली गौड़, डॉ. विनय माहेश्वरी, डॉ. कपिल शास्त्री आदि का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक (ट्रस्ट) ब्रिगेडियर टी.सी. मल्होत्रा, आईक्यूएसी के समन्वयक प्रो. के.एन.एस. यादव, शोध संकायाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार पटैरिया, संकायाध्यक्ष शिक्षण प्रो. वी.के. कटियार, संकायाध्यक्ष योग विज्ञान प्रो. ओम नारायण तिवारी, संकायाध्यक्ष प्राकृतिक चिकित्सा डॉ. तोरण सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरविन्द कुमार, पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनिल यादव, डॉ. मनोज भाटी, सहित पतंजलि विश्वविद्यालय तथा पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के सभी आचार्यगण, कर्मयोगीगण, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।