पतंजलि विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय हिन्दी दिवस’ पर कार्यक्रम का आयोजन
हरिद्वार, 14 सितम्बर। राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में पतंजलि विश्वविद्यालय में संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पतंजलि विश्वविद्यालय हमेशा से ही शिक्षण-प्रशिक्षण-अनुसंधान सहित कार्यस्थल में मातृभाषा हिन्दी के प्रयोग पर प्रमुखता से बल देता रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और शोध संकायाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार पटैरिया ने कहा कि हिन्दी भाषा में बोलकर, कार्य कर हमें गर्व होता है। हम अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति इसी भाषा में करते हैं, अतः हमें हिन्दी भाषा के विकास एवं अनुसंधान पर भी विशेष कार्य करने की आवश्यकता है।
इस उपलक्ष्य में विवि के प्रमुख परामर्शदाता डॉ. के.एन.एस. यादव ने कहा कि माँ भारती की सच्ची सेवा हेतु हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार आवश्यक है। विश्वविद्यालय के कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव ने कहा कि संस्कृति की रक्षा एवं सम्मान हेतु हिन्दी व संस्कृत भाषा को विशेष सम्मान मिलना जरूरी है।
भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी स्वामी परमार्थदेव ने हिन्दी भाषा को श्रेष्ठता प्रदान करने में पूज्य स्वामी जी व श्रद्धेय आचार्य जी के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में हिन्दी साहित्य के महान क्रान्तिकारी, कालजयी कवियों को याद किया गया तथा छात्र-छात्राओं द्वारा स्वरचित एवं प्रमुख कवियों (रामधारी सिंह दिनकर, मैथिलीशरण गुप्त, अटल बिहारी वाजपेयी, हरिवंश राय बच्चन, डॉ. कुमार विश्वास एवं प्रफुल्ल चंद्र कुंवर ‘बागी’) की रचनाओं का प्रस्तुतिकरण किया गया। इस अवसर पर आयुर्वेदीय पौधे भेंट कर उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया।
समारोह का सफल संचालन डॉ. निवेदिता एवं विश्वविद्यालय के छात्र अचल, गार्गव व हरीश द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष शिक्षण प्रो. वी.के. कटियार, संकायाध्यक्ष योग विज्ञान प्रो. ओम नारायण तिवारी, संकायाध्यक्ष प्राकृतिक चिकित्सा डॉ. तोरण सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरविन्द कुमार सहित विश्वविद्यालय के आचार्यगण, कर्मयोगीगण, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।