स्वामी विवेकानंद की जीवन और शिक्षा पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित,
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल में राष्ट्रीय युवा महोत्सव की तैयारी शुरू,
स्वामी विवेकानंद की जीवन और शिक्षा पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित,
डीपीएस दौलतपुर में 26 नवंबर को कला प्रतियोगिता होगी संपन्न,
हरिद्वार।
राष्ट्रीय युवा दिवस महोत्सव के तत्वावधान में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल में स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रचार प्रसार के लिए अंतर विद्यालय प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें हरिद्वार जनपद के विभिन्न स्कूलों ने प्रतिभाग किया।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, वाद- विवाद प्रतियोगिता एवं भाषण प्रतियोगिता में लगभग 17 स्कूलों के 80 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। गौरतलब है कि स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन 12 जनवरी को हर वर्ष युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल के सचिव स्वामी दयामूर्त्यानन्द महाराज ने
बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। उसके लिए स्कूली स्तर पर जो प्रतियोगिताएं रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल के सभागार में आयोजित की गई, उनके विजेताओं को 12 जनवरी को पुरस्कार दिया जाएगा। स्कूली छात्र-छात्राओं को बाल वाद- विवाद प्रतियोगिता के लिए विषय- ‘सोशल मीडिया: टीनएजर्स के लिए फायदेमंद से ज्यादा नुकसानदेय’ एवं भाषण प्रतियोगिता के लिए ‘स्वामी विवेकानंद का विश्व प्रसिद्ध शिकागो संबोधन और स्वदेश मंत्र’ दिया गया था, जिसे उन्हें कंठस्थ करके दोहराना था। कला प्रतियोगिता अभी भी चल रही है, जिसका समापन 26 नवंबर को डीपीएस दौलतपुर में संपन्न होगी। कला प्रतियोगिता में 17 स्कूल के 395 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं।
कार्यक्रम के संयोजक पी कृष्णमूर्ति ने कहा कि बच्चों का स्वामी विवेकानंद के प्रति रुझान और आकर्षण कितना प्रबल है, यह सब उनके वक्तव्य से ज्ञात हो रहा था। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के ब्रह्मचारी मनोहर, शुभदीप, राहुल एवं विनीत ने विद्यार्थियों से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रश्न पूछे। सभी प्रतियोगिताओं के आयोजन में सेवाश्रम के उत्तम महाराज का विशेष सहयोग रहा। प्रतियोगिताएं सुबह 9:00 से लेकर शाम के 4:30 तक चली बीच में भोजन अवकाश के लिए 30 मिनट रखे थे।
निर्णायक मंडल के रूप में स्वामी भावरूपानंद, शिक्षाविद शीलू भाटिया, रीता प्रजापति, वंदना सोनी, प्राचार्य प्रियंका, सेवानिवृत्ति लेफ्टिनेंट कमांडर एस नटराजन और डॉ. राधिका नागरथ उपस्थित रहे।
जयूरी अवार्ड के रूप में कुछ बच्चों को विवेकानंद साहित्य पुस्तकों के रूप में दिया गया। छात्र-छात्राओं ने बुक स्टॉल से स्वामी विवेकानंद के विचारों पर प्रकाशित पुस्तकें विशेषत: पर्सनालिटी डेवलपमेंट के प्रति रूचि दिखाई। प्रतिभागी स्कूलों के प्रधानाचार्य शिक्षक-शिक्षिकाएं, सेवाश्रम के कार्यकर्ता मिनी योहानन, गोकुल सिंह, आचार्य कुलम से अजय शर्मा , सुषमा दास आदि मौजूद रहे।