उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में करें कार्य : योगी
योगी आदित्यनाथ ने कृषि, पशुपालन और आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
देहरादून । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यमकेश्वर क्षेत्र अंतर्गत अपने पैतृक गांव पंचुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी में ब्रम्हलीन राष्ट्रसंत महंत अवेदनाथ महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने स्व. आनंद सिंह बिष्ट स्मृति पार्क में 100 फिट तिरंगे व दो दिवसीय किसान मिले का उद्घाटन किया।
इससे पूर्व उन्होंने सिद्धपीठ महादेव मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। उन्होंने विद्यालय की गौरक्ष पत्रिका का विमोचन भी किया। वहीं लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का चेक वितरण किए। इसके अलावा उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ और पूजनीय पिताजी ने इस महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत में खाद्यान्न संकट की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने हरित क्रांति की शुरुआत कर देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में अहम योगदान दिया था।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है, जिसमें 80 करोड़ लोगों को सरकार पिछले पांच वर्षों से मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने उत्तराखंड में डेयरी और पशुपालन की अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि बकरी का दूध अत्यधिक गुणकारी होता है और कई रोगों के उपचार में सहायक है।
उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग और कृषि व पशुपालन को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता प्राप्त की जा सकती है, जिससे पलायन को रोका जा सकेगा। उन्होंने बताया कि मेले के माध्यम से स्थानीय लोगों को बकरी व कुक्कुट वितरण किया जा रहा है। उन्होंने उत्तराखंड को भारत का “मुकुट मणि” बताते हुए कहा कि यह राज्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रदेश को नशामुक्त बनाने और इसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में कार्य करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की।