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जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती का सामना करेगा हरेला लोकपर्व -24 : हरितऋषि विजयपाल बघेल

16 जुलाई को मनाया जाएगा वृक्ष दिवस : ग्रीनमैन बघेल

हरितक्रांति के लिए जनक्रांति लाने का माध्यम बनेगा हरेला : ग्रीनमैन ऑफ इंडिया

हरिद्वार 9 जून: भारतीय वृक्ष न्यास ( ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष हरेला को ऐतिहासिक बनाने लिए वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति आम जनमानस को सजग करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। हरेला के दिन 16 जुलाई को विश्व वृक्ष दिवस के रूप में मनाए जाने का जनाभियान संचालित करने का बिगुल बज गया है, हरेला रूपी प्रकृति पर्व को पेड़ के नाम समर्पित कराने के लिए “वर्ल्ड ट्री डे नेटवर्क” गठित कर उत्तराखंड से भारत तथा भारत से पूरी दुनिया तक गूंज पहुंचाई जा रही है। उक्त विचार ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष ग्रीनमैन विजयपाल बघेल द्वारा हरेला लोकपर्व -24 संयोजक मंडल की उत्तराखंड प्रांत टोली की बैठक में शामिल होकर अपने विचार में व्यक्त किए। उन्होने कहा कि जलवायु परिर्वतन की सबसे बड़ी चुनौती का सामना केवल हरेला जैसा प्रकृति पर्व ही कर सकता है। वृक्षों की कमी के कारण ही धरती आग का गोला बनती जा रही है जिसे ठंडा करने के लिए अधिकाधिक पौधारोपण कार्य किया जाना जरूरी है। प्रांतीय बैठक की अध्यक्षता टीटीआई के संरक्षक जगदीश लाल पाहवा तथा संचालन प्रांत संयोजक सुरेश सुयाल द्वारा किया गया।

ग्रीन मैन ऑफ इंडिया के रूप में पहिचान बनाने वाले हरितऋषि विजयपाल बघेल ने बताया कि प्रकृति पर्व के रुप अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से केवल दो तारीख मनाई जाती हैं जिनमें एक 14 जनवरी मकर संक्रान्ति और दूसरी 16 जुलाई कर्क संक्रांति यानी हरेला। दुनियां में वृक्षों के रोपण और पोषण के लिए 16 जूलाई सवोत्तम दिन होता है इसलिए विश्व स्तर पर 16 जुलाई ही वृक्ष दिवस के रूप में मान्यता हासिल कराने का संकल्प हमने लिया है। बैठक मै शांति कुंज परिवार के वरिष्ठ प्रतिनिधि केदार दुबे ने शामिल होकर पूरे देश दुनिया में 16 जुलाई को वृक्ष दिवस के रूप में मानकर हर भारतीय से पौधरोपण कराने में मुख्य भूमिका निभाई जाने की सहमति प्रदान की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि के ज़िला संयोजक डा विपिन यादव द्वारा सभी बस्तियों तक वृक्ष दिवस मनाए जाने की योजना को धरातल पर पहुंचाने की जिम्मेदारी ली। स्वतन्त्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार संघठन के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी द्वारा देश के कौने कौने में फैले लाखों स्वतन्त्रता सेनानी परिवारों तक हरेला को वृक्ष दिवस के रूप में मनमाने की योजना को कार्यरूप दिया जाएगा। लोक भारती की तरफ़ से शमिल हुए पदाधिकारी प्रेमचंद सैनी ने बताया कि 16 जुलाई देश भर में हरेला के रुप में वृक्ष दिवस मनाया जाए उसके लिए संगठन में गंभीरता से विचार चल रहा है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा रुप किशोर शास्त्री ने कहा कि हरिद्वार से ही योग दिवस की पहिचानं वैश्विक स्तर पर बनी और अब हरितऋषि विजयपाल बघेल के नेतृत्व मे संचालित हरेला लोकपर्व को वृक्ष दिवस के रूप में मान्यता दिलाने की ओर अग्रसर है।

टिहरी रियासत से पधारे कुंवर भवानी प्रताप सिंह ने कहा कि हरिद्वार से लेकर बद्रीधाम तक के क्षेत्र में जनजागरण और जनसहभागिता सुनिश्चित कराए जाने का जिम्मा हमे दे दिया जाए। हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय से पधारे डा मोहन सिंह रावत ने गढ़वाल मंडल में हरेला लोकपर्व को वृक्ष दिवस के रूप में मनाए जाने की रूपरेखा तैयार की तथा नैनीताल से शमिल हुए राजेंद्र चौहान ने कुमाऊं मण्डल की ज़िम्मेदारी सहर्ष स्वीकार की। पतंजलि के प्रतिनिधि के रूप में बैठक में शामिल हुईं राधिका नागरथ ने हरितऋषि विजयपाल बघेल के विजन को प्रकृति संरक्षण और संवर्द्धन के प्रति अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया और यथायोग्य मदद करने का आश्वासन दिया। आर्य समाज के मुख्य प्रतिनिधि डा महेंद्र आहूजा द्वारा बताया गया कि आर्य समाज की सभी इकाइयां 16 जुलाई को वृक्ष दिवस मनाएंगी। आरएसएस की मातृ शक्ति विंग की डा संगीता गौतम स्वयं के साथ अपनी पूरी टीम से हरेला लोकपर्व को वृक्ष दिवस के रूप में मनाएंगी। अलाइंस क्लब इंटरनेशनल ने भी पूरे देश में 16 जुलाई को वृक्ष दिवस मनाने की घोषणा की। बैठक में डा मोहन तिवारी, अनिल भारतीय, डा विनोद उपाध्याय, उत्तराखंड बार काउंसिल के एडवोकेट राजकुमार चौहान, रमेश उपायाध्याय, बलवंत विष्ट, कृष्णानंद नोटियाल, डा मानवेंद्र सिंह तथा रवि भूषण जोशी के साथ दर्जनों अन्य पर्यावरण प्रेमियों द्वारा अपने विचार व्यक्त कर हरेला लोकपर्व -24 को ऐतिहासिक स्वरूप देकर विश्व स्तर पर वृक्ष दिवस के रूप में मनाए जाने का संकल्प दोहराया।

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