उदासीनाचार्य जगद्गुरू भगवान श्रीचंद्राचार्य महाराज की 529वीं जयंती के उपलक्ष्य में निकली गई शोभायात्रा
सिख गुरु गुरुजनों ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान किया
खालिस्तान का झंडा उठाने वाले सिख समाज के प्रतिनिधि नहीं हो सकते – स्वामी रामदेव
हरिद्वार
उदासीनाचार्य जगद्गुरू भगवान श्रीचंद्राचार्य महाराज की 529वीं जयंती के उपलक्ष्य में आज श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन और श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन द्वारा संयुक्त रूप से बैण्डबाजों और भव्य झांकियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई जिसमें स्वामी रामदेव सहित भारी संख्या में साधु संतों पहुंचे।
स्वामी रामदेव ने कनाडा और भारत विवाद को लेकर कहा कि जो लोग खालिस्तान का समर्थन कर रहे हैं वह सिख धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं करते वहीं सनातन धर्म पर गठबंधन के कुछ नेताओं द्वारा दिए गए बयान पर रामदेव ने कहा जो सनातन का विरोध कर रहे हैं 2024 में उनका मोक्ष हो जाएगा
शोभायात्रा में पहुंचे स्वामी रामदेव ने कनाडा और भारत के बीच हुए विवाद को लेकर कहा कि गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोविंद सिंह तक सिखों की परंपरा राष्ट्रीय धर्म और आध्यात्मिक धर्म पर आधारित रही है देश की एकता अखंडता और सनातन धर्म के लिए हमारे सिख धर्म गुरुओं ने अपना बलिदान दिया है हिंदू धर्म की रक्षा के लिए सिख गुरुओं ने अपना सर्वस्व बलिदान किया मगर कुछ लोग कनाडा, अमेरिका ,ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान का झंडा उठाकर भारत को बदनाम करते हैं परंतु सिख धर्म से जुड़े सभी लोग भारत के साथ हैं जो खालिस्तान का समर्थन करने वाले और झंडा उठाने वाले कुछ लोग हैं उन्हें सिख धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं मानना चाहिए।
सनातन धर्म पर कुछ राजनेताओं द्वारा की जा रही बयान बाजी पर रामदेव का कहना है कि गठबंधन के जो भी लोग सनातन परंपरा को खत्म करने की बात कर रहे हैं 2024 में उनका मोक्ष हो जाएगा वहीं संसद में पास हुए महिला बिल को लेकर स्वामी रामदेव का कहना है कि मातृशक्ति को गौरव देने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में महिला आरक्षण का बिल पास करवाया है। इसके लिए मातृशक्ति और देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को युगों तक याद रखेगा।